सगी बहन को चोद लिया। Part 1
बहन भाई सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि कैसे मैंने अपनी शादीशुदा बहन को सेक्स के लिए मनाया और अपने घर में बहन की चूत की चुदाई की. उसने भी खूब मजा लिया. आप भी मजा लें.
नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम विक्की है. मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ. मुझे सेक्स स्टोरी पढ़ना अच्छा लगता है. आज मैं पहली बार अपनी सेक्स कहानी लेकर आपके सामने आया हूँ. आशा करता हूँ कि आपको मेरी बहन भाई सेक्स की सच्ची कहानी पसंद आएगी.
मेरे परिवार में पांच लोग हैं. मैं, मेरी बड़ी बहन सुमन, उससे छोटी बहन खुशबू, मां और पापा.
सुमन की शादी को तीन साल पहले हो गई थी और खुशबू की शादी को एक साल हुआ है.
मेरी दोनों बहनें गजब की खूबसूरत हैं … पर मुझे खुशबू बहुत ज्यादा हॉट और सेक्सी लगती है. खुशबू के चूचे काफी बड़े और टाईट हैं, उसकी गदराती जवानी को देखकर कोई भी उसे चोदना चाहेगा. मेरा मन भी बहुत करता था, पर कभी हिम्मत नहीं होती थी.
नवम्बर महीने की बात है, मां की तबीयत खराब हो गई थी, तो खाना बनाने के लिए और मम्मी की देखभाल करने के लिए खुशबू को यहाँ आना पड़ा.
दिल्ली में हमने इलाज कराया, पर कोई फ़र्क नहीं पड़ा … इसलिए पापा मां को गांव ले गए. अब घर पर मैं और खुशबू बचे थे.
सुबह खाना बनाने के बाद वो मुझे खाना देने आयी, तो मैं उससे बात करने लगा- ससुराल में सब कैसे हैं?
खुशबू- सब अच्छे हैं, तू बता, तेरी गर्लफ्रेंड कैसी है?मैं- कहाँ यार, मेरी कोई गर्लफ्रेंड ही नहीं है, तू बनवा दे.
हम दोनों खुले दिमाग के थे, इसीलिए ऐसी बात कर लेते थे. मैं उसके सामने सिगरेट भी पी लेता था. वो भी मेरे साथ सिगरेट और ड्रिंक का मजा ले लेती थी. मगर काफी दिन से उसके साथ मेरी सिटिंग नहीं हुई थी.
मैंने एक सिगरेट जलाई और कश लेते हुए उसके मम्मों को देखने लगा. उसने मुझे यूं ताड़ते हुए देखा तो हल्के से मुस्कुरा दी.
खुशबू- मैं क्यों बनवाऊं, तू खुद ही बना ले. वैसे भी तेरी नजरों में अब लड़कियों को देखने का नशा चढ़ने लगा है.
मैंने फिर से सिगरेट का कश खींचा और कहा- क्या मतलब है तेरा?
वो बोली- साले सुधर जा … सब समझ रहा है तब भी ड्रामा कर रहा है. अभी तू अपनी गर्ल फ्रेंड की बात कर रहा था … वो बता!
मैंने उसके मम्मे ताड़ना बंद नहीं किए और कहा- कोई बनती ही नहीं है यार, पर मन करता है कि काश मेरी गर्लफ्रेंड होती, तो मैं उसके साथ खूब मजे करता. तू बन जा ना मेरी गर्लफ्रेंड.
खुशबू- पागल है क्या, मैं तेरी बहन हूँ.
मैं- तो क्या हुआ, तू मेरे लिए इतना नहीं कर सकती … मैं तुझे खूब प्यार करूंगा.
खुशबू- विक्की तुझे क्या हो गया है. मैं नहाने जा रही हूँ. … खाना खाकर बर्तन किचन में रख दियो.
मैं उसके चूचों के उभार देखता हुआ बोला- मैं तुझे खूब मजे दिलाऊंगा, पक्का कह रहा हूँ.
खुशबू हल्का सा गुस्सा होकर चली गई. मेरा मूड उससे लिपटने का बहुत कर रहा था … ऊपर से मौसम भी ठंडा था. उसके दूध मुझे पागल किये दे रहे थे. मैंने सिगरेट फेंकी और लंड सहलाने लगा.
वो बाथरूम में थी. मैं सोच रहा था कि अपनी नंगी बहन देख कर ही मजा लिया जाए.
मैंने बाथरूम के दरवाजे की एक झिरी में आंख लगाई तो अन्दर का नजारा बड़ा गर्म था. खुशबू अन्दर पूरी नंगी थी और अपनी सफाचट चूत में उंगली कर रही थी. उसकी चूचियां एकदम मस्त उछल उछल कर उसकी उंगलियों की संगत कर रही थीं.
तभी मुझे अपने कानों में शहद घुलता सा महसूस हुआ. खुशबू हल्के स्वर में कहे जा रही थी- आह विक्की … तेरी नजरों ने मेरी चूचियों को क्या ताड़ा, साले चुत में आग लग गई. अब तू मेरा भाई है … नहीं तो उसी समय तेरे लंड से चुद जाती. मगर अब मुझसे रहा नहीं जा रहा. आज मौका मिला तो तेरे लंड को लेकर अपनी चुत की खुजली मिटवा ही लूंगी.
मैं समझ गया कि चुत का इंतजाम हो गया.
मैंने कमरे में आकर अपने कपड़े उतारे और एक फ्रेंची में खड़ा होकर आवाज लगाने लगा- खुशबू तू जल्दी निकल फिर मुझे भी नहाना है.खुशबू- हां बस आती हूँ.मेरा लंड इस समय खड़ा था और खुशबू की जवानी को कुचलने के लिए हद से ज्यादा बेचैन हो उठा था.
खुशबू नहाकर बाथरूम से निकली, तो उसे देखकर मेरा लंड और कड़क हो गया … क्योंकि उसने ऊपर से टॉप पहन रखा था, पर अन्दर ब्रा नहीं पहनी थी.
उसने मेरे खड़े लंड को देख लिया और दिलकश स्माइल देती हुई अपने कमरे में चली गई.
शाम को मैंने उससे पूछा- कुछ चलेगी?खुशबू- हां यार आज मूड तो हो रहा है … एक दो पैग ले लूंगी.
मैंने जल्दी से अपनी अल्मारी में रखी व्हिस्की की बोतल निकाली और दो पैग बना लिए. वो मेरे सामने एक बेबीडॉल पहन कर आ गई. इसमें से उसकी नंगी जांघें बड़ी मस्ती से अपनी चिकनाई मेरी आँखों में चुभो रही थीं.
हम दोनों ने दो पैग खत्म किए. फिर मैंने सिगरेट जला ली तो खुशबू ने मेरे हाथ से सिगरेट लेते हुए अपनी टांगें खोल दीं.
मैंने कहा- आज बड़ी हॉट दिख रही हो.खुशबू- लेनी है?मैंने कहा- कब से मर रहा हूँ … तेरी चिकनी चुत देख कर तो लंड फटा पड़ा है.खुशबू- साले तूने मेरी चिकनी चुत कब देखी?मैंने- जब तू बाथरूम में मेरे लंड को याद करके अपनी चुत में उंगली कर रही थी. अब ड्रामा न चोद, आजा मेरी गोद में बैठ जा.वो हंस दी और मेरी गोद में बैठ गई.
रात जवान होने लगी थी और हम दोनों ने एक पैग को एक दूसरे के साथ साझा किया फिर टेबल पर रखा खाना खाकर चुदाई की तैयारी करने में लग गए.अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था और मैंने अपनी बहन की बेबीडॉल को खींच कर उतार दिया और उसे नंगी कर दिया. आह … क्या मस्त जवानी थी.मेरी बहन का गोरा बदन मुझे उसकी ओर खींच रहा था. उसके लाल होंठ किसी गुलाब की पंखुरी की तरह लग रहे थे. मैंने कुछ नहीं सोचा और बिना समय गंवाए अपने होंठ उसके होंठों पर रख दिए और मस्त होकर चूसने लगा..
नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम विक्की है. मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ. मुझे सेक्स स्टोरी पढ़ना अच्छा लगता है. आज मैं पहली बार अपनी सेक्स कहानी लेकर आपके सामने आया हूँ. आशा करता हूँ कि आपको मेरी बहन भाई सेक्स की सच्ची कहानी पसंद आएगी.
मेरे परिवार में पांच लोग हैं. मैं, मेरी बड़ी बहन सुमन, उससे छोटी बहन खुशबू, मां और पापा.
सुमन की शादी को तीन साल पहले हो गई थी और खुशबू की शादी को एक साल हुआ है.
मेरी दोनों बहनें गजब की खूबसूरत हैं … पर मुझे खुशबू बहुत ज्यादा हॉट और सेक्सी लगती है. खुशबू के चूचे काफी बड़े और टाईट हैं, उसकी गदराती जवानी को देखकर कोई भी उसे चोदना चाहेगा. मेरा मन भी बहुत करता था, पर कभी हिम्मत नहीं होती थी.
नवम्बर महीने की बात है, मां की तबीयत खराब हो गई थी, तो खाना बनाने के लिए और मम्मी की देखभाल करने के लिए खुशबू को यहाँ आना पड़ा.
दिल्ली में हमने इलाज कराया, पर कोई फ़र्क नहीं पड़ा … इसलिए पापा मां को गांव ले गए. अब घर पर मैं और खुशबू बचे थे.
सुबह खाना बनाने के बाद वो मुझे खाना देने आयी, तो मैं उससे बात करने लगा- ससुराल में सब कैसे हैं?
खुशबू- सब अच्छे हैं, तू बता, तेरी गर्लफ्रेंड कैसी है?मैं- कहाँ यार, मेरी कोई गर्लफ्रेंड ही नहीं है, तू बनवा दे.
हम दोनों खुले दिमाग के थे, इसीलिए ऐसी बात कर लेते थे. मैं उसके सामने सिगरेट भी पी लेता था. वो भी मेरे साथ सिगरेट और ड्रिंक का मजा ले लेती थी. मगर काफी दिन से उसके साथ मेरी सिटिंग नहीं हुई थी.
मैंने एक सिगरेट जलाई और कश लेते हुए उसके मम्मों को देखने लगा. उसने मुझे यूं ताड़ते हुए देखा तो हल्के से मुस्कुरा दी.
खुशबू- मैं क्यों बनवाऊं, तू खुद ही बना ले. वैसे भी तेरी नजरों में अब लड़कियों को देखने का नशा चढ़ने लगा है.
मैंने फिर से सिगरेट का कश खींचा और कहा- क्या मतलब है तेरा?
वो बोली- साले सुधर जा … सब समझ रहा है तब भी ड्रामा कर रहा है. अभी तू अपनी गर्ल फ्रेंड की बात कर रहा था … वो बता!
मैंने उसके मम्मे ताड़ना बंद नहीं किए और कहा- कोई बनती ही नहीं है यार, पर मन करता है कि काश मेरी गर्लफ्रेंड होती, तो मैं उसके साथ खूब मजे करता. तू बन जा ना मेरी गर्लफ्रेंड.
खुशबू- पागल है क्या, मैं तेरी बहन हूँ.
मैं- तो क्या हुआ, तू मेरे लिए इतना नहीं कर सकती … मैं तुझे खूब प्यार करूंगा.
खुशबू- विक्की तुझे क्या हो गया है. मैं नहाने जा रही हूँ. … खाना खाकर बर्तन किचन में रख दियो.
मैं उसके चूचों के उभार देखता हुआ बोला- मैं तुझे खूब मजे दिलाऊंगा, पक्का कह रहा हूँ.
खुशबू हल्का सा गुस्सा होकर चली गई. मेरा मूड उससे लिपटने का बहुत कर रहा था … ऊपर से मौसम भी ठंडा था. उसके दूध मुझे पागल किये दे रहे थे. मैंने सिगरेट फेंकी और लंड सहलाने लगा.
वो बाथरूम में थी. मैं सोच रहा था कि अपनी नंगी बहन देख कर ही मजा लिया जाए.
मैंने बाथरूम के दरवाजे की एक झिरी में आंख लगाई तो अन्दर का नजारा बड़ा गर्म था. खुशबू अन्दर पूरी नंगी थी और अपनी सफाचट चूत में उंगली कर रही थी. उसकी चूचियां एकदम मस्त उछल उछल कर उसकी उंगलियों की संगत कर रही थीं.
तभी मुझे अपने कानों में शहद घुलता सा महसूस हुआ. खुशबू हल्के स्वर में कहे जा रही थी- आह विक्की … तेरी नजरों ने मेरी चूचियों को क्या ताड़ा, साले चुत में आग लग गई. अब तू मेरा भाई है … नहीं तो उसी समय तेरे लंड से चुद जाती. मगर अब मुझसे रहा नहीं जा रहा. आज मौका मिला तो तेरे लंड को लेकर अपनी चुत की खुजली मिटवा ही लूंगी.
मैं समझ गया कि चुत का इंतजाम हो गया.
मैंने कमरे में आकर अपने कपड़े उतारे और एक फ्रेंची में खड़ा होकर आवाज लगाने लगा- खुशबू तू जल्दी निकल फिर मुझे भी नहाना है.खुशबू- हां बस आती हूँ.मेरा लंड इस समय खड़ा था और खुशबू की जवानी को कुचलने के लिए हद से ज्यादा बेचैन हो उठा था.
खुशबू नहाकर बाथरूम से निकली, तो उसे देखकर मेरा लंड और कड़क हो गया … क्योंकि उसने ऊपर से टॉप पहन रखा था, पर अन्दर ब्रा नहीं पहनी थी.
उसने मेरे खड़े लंड को देख लिया और दिलकश स्माइल देती हुई अपने कमरे में चली गई.
शाम को मैंने उससे पूछा- कुछ चलेगी?खुशबू- हां यार आज मूड तो हो रहा है … एक दो पैग ले लूंगी.
मैंने जल्दी से अपनी अल्मारी में रखी व्हिस्की की बोतल निकाली और दो पैग बना लिए. वो मेरे सामने एक बेबीडॉल पहन कर आ गई. इसमें से उसकी नंगी जांघें बड़ी मस्ती से अपनी चिकनाई मेरी आँखों में चुभो रही थीं.
हम दोनों ने दो पैग खत्म किए. फिर मैंने सिगरेट जला ली तो खुशबू ने मेरे हाथ से सिगरेट लेते हुए अपनी टांगें खोल दीं.
मैंने कहा- आज बड़ी हॉट दिख रही हो.खुशबू- लेनी है?मैंने कहा- कब से मर रहा हूँ … तेरी चिकनी चुत देख कर तो लंड फटा पड़ा है.खुशबू- साले तूने मेरी चिकनी चुत कब देखी?मैंने- जब तू बाथरूम में मेरे लंड को याद करके अपनी चुत में उंगली कर रही थी. अब ड्रामा न चोद, आजा मेरी गोद में बैठ जा.वो हंस दी और मेरी गोद में बैठ गई.
रात जवान होने लगी थी और हम दोनों ने एक पैग को एक दूसरे के साथ साझा किया फिर टेबल पर रखा खाना खाकर चुदाई की तैयारी करने में लग गए.अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था और मैंने अपनी बहन की बेबीडॉल को खींच कर उतार दिया और उसे नंगी कर दिया. आह … क्या मस्त जवानी थी.मेरी बहन का गोरा बदन मुझे उसकी ओर खींच रहा था. उसके लाल होंठ किसी गुलाब की पंखुरी की तरह लग रहे थे. मैंने कुछ नहीं सोचा और बिना समय गंवाए अपने होंठ उसके होंठों पर रख दिए और मस्त होकर चूसने लगा..
2 年 前